Posts

Showing posts from June, 2021

दिल्ली में, पिछले साल मौसम विज्ञानिको ने 25 जून 2020 को भी झूठा व भार्मिक मानसून" On Set" घोषित किया था।

Image
  दिल्ली में, पिछले साल  मौसम विज्ञानिको ने 25 जून 2020 को भी झूठा व भार्मिक मानसून " On Set" घोषित किया था जबकि 15 जुलाई 2020 तक मानसून की " आँसुओ" जितनी भी बरसात नही हुई थी। उस वक्त भी डॉ. राम बजाज ने ही - चिल्ला - चिल्ला कर सवाल उठाए थे। आपकी बधाई और सर्टिफिकेट देना बाकी हैं।  -  Dr. Bajaj 15 जुलाई 2020 का Blog जाँच लेवे। To visit 15 July 2020 blog -  https://blog.rambajaj.com/2020/07/dr-bajaj-weather-2020-2-15-imd-imd-24.html  डॉ. राम बजाज, जियो इंजीनियर दिनांक :- 18 जून 2021 समय :- 10 बजे सुबह

दिल्ली का 'On Set' मानसून कहां गायब हो गया ? विज्ञानिको को कोई सवाल पूछने वाला है।

Image
दिल्ली का 'On Set' मानसून कहां गायब हो गया ? विज्ञानिको को कोई  सवाल पूछने वाला है। दिनांक - 17 जून 2021 समय - 12 बजे सुबह जब मानसून ' On Set 'होता है - तो झमाझम बारिश होनी चाहिए - अच्छी बारिश होनी चाहिए - जिससे लोगों को पता चले कि मानसून आ गया है। मौसम विज्ञानिको ने मानसून declared  तो कर  दिया - कागजों में तो मानसून - 15 जून को आ गया लेकिन  Actual में - तो मानसून आया ही नहीं। मानसून जब  ''On Set''  declared कर दिया जाता है - तो कम से कम दो-तीन दिन झमाझम बारिश होनी चाहिए - नमी काफी बढ़ी होनी चाहिये - पूर्वी या दक्षिण पूर्वी हवाएं चलती रहनी चाहिए - उस इलाके में - जहां Mansoon - Declared किया हो।लेकिन दिल्ली में - 15 जून तक कोई बारिश नहीं हुई। अभी दिल्ली में ''On Set' 'मानसून condition सही नहीं है क्योंकि 14 जून को पश्चिमी हवाएं चलना शुरू हो गई थी और काफी ऊंचाई पर चल रही है। परंतु पूर्वी -  हवाओं जो बंगाल की खाड़ी से - आ रही है। उसका बढ़ना - ये पश्चिमी हवाएं ( पाकिस्तान की तरफ से ) रोक देती है। गलत हैं। यह असंभव है। दिल्ली का मानसून समय पर

Dead bodies are altering the water and Earth chemistry of Ganga - water. बनारसमें सीवर व केमिकल का पानी तथा लाशों के विघटन (Decomposition) के कारण हरा हो रहा है - गंगा का पानी

Image
Date - 14th June 2021  Time - 8:00 p.m बनारसमें सीवर व केमिकल का पानी तथा लाशों के विघटन (Decomposition) के कारण हरा हो रहा है - गंगा का पानी Actual photo captured by our technical team from June 10 to June 14, 2021. गंगा भारत की सबसे पवित्र नदी है,  जिसकी एक अरब से ज्यादा इंसान देवी के रूप में पूजा करते हैं। यह वह नदी है-  जिसका "गंगाजल" मनुष्य की आखिरी  साँस से पहले -  मनुष्य के मुँह में देने की परंपरा - हमारे देश में आज भी कायम है। 47% फीसदी भूमि की सिंचाई और 50 करोड़ लोगों को भोजन भी प्रदान करती है। इन महत्वो  के बावजूद यह दुनिया की सबसे प्रदूषित नदियों में से एक हैं। पर्वतों से उतरने के बाद नदियो के सभी हिस्सों "शौच" में पाए जाने वाले कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया का लेवल;  जैविक व रासायनिक ऑक्सीजन की मांग और कैसिनो जैनिक रसायनो की बहुत्तता इतनी अधिक रहती है कि नदी का पानी - पीने योग्य नहीं रह जाता और ना ही स्नान करने के लिए भी उपयुक्त समझा जाता।       ऐसे में गौरतलब करने की बात अचानक यह आ जाती है कि बीते दिनों कोरोना की हार की वजह से - गंगा में बहते हुए शवों की वजह से

Most Scientific Reasons of monsoon failure on Kerala on 3rd June 2021 which no experts can explain. इस साल भारत का 𝐒. 𝐖 मानसून - मौसम वैज्ञानिक पढ़ने - समझने मे भारी भूल कर रहे हैं। या फिर मानसून धोखा दे रहा है।

Image
  Most Scientific Reasons of monsoon failure on Kerala on 3rd June 2021 which no experts can explain - It is my challenge - Dr. Ram Bajaj. Date - 8 June 2021 Time - 11:00 A.M Why the monsoon fails over Kerala on June 3, 2021. However, when I.M.D has forcefully declared monsoon "onset" over Kerala, the monsoon dynamics were opposite in nature on 3rd June 2021. 1. The temperature contrast between hot land. Kerala, Coastal Land, and the cold ocean were not purely perfect which was supposed to pulls (heavily) the winds from the Arabian Sea and Bay of Bengal resulting in a westerly wind pattern that did not happen. 2. Non resulting in a westerly wind pattern due to uncertainty of pulling of winds from the Arabian Sea as well as from the Bay of Bengal which has a natural tendency to create a cyclonic circulation or deposit cyclonic velocity but did not form at all in those days May 31 to June 8, 2021. This was crucial and compulsory for moisture updraft and the formation of monsoon