दिल्ली का 'On Set' मानसून कहां गायब हो गया ? विज्ञानिको को कोई सवाल पूछने वाला है।

दिल्ली का 'On Set' मानसून कहां गायब हो गया ? विज्ञानिको को कोई  सवाल पूछने वाला है।


दिनांक - 17 जून 2021

समय - 12 बजे सुबह








जब मानसून ' On Set 'होता है - तो झमाझम बारिश होनी चाहिए - अच्छी बारिश होनी चाहिए - जिससे लोगों को पता चले कि मानसून आ गया है। मौसम विज्ञानिको ने मानसून declared  तो कर  दिया - कागजों में तो मानसून - 15 जून को आ गया लेकिन  Actual में - तो मानसून आया ही नहीं। मानसून जब  ''On Set''  declared कर दिया जाता है - तो कम से कम दो-तीन दिन झमाझम बारिश होनी चाहिए - नमी काफी बढ़ी होनी चाहिये - पूर्वी या दक्षिण पूर्वी हवाएं चलती रहनी चाहिए - उस इलाके में - जहां Mansoon - Declared किया हो।लेकिन दिल्ली में - 15 जून तक कोई बारिश नहीं हुई।



अभी दिल्ली में ''On Set' 'मानसून condition सही नहीं है क्योंकि 14 जून को पश्चिमी हवाएं चलना शुरू हो गई थी और काफी ऊंचाई पर चल रही है। परंतु पूर्वी -  हवाओं जो बंगाल की खाड़ी से - आ रही है। उसका बढ़ना - ये पश्चिमी हवाएं ( पाकिस्तान की तरफ से ) रोक देती है। गलत हैं।





यह असंभव है। दिल्ली का मानसून समय पर - समय पर नहीं आयेगा - नहीं आएगा। 27 जून के आसपास -  दिल्ली में बादल का जमावड़ा ही नहीं होगा - तो मानसून " on set " कैसे होगा?

Active condition on 15 June in Delhi.




मानसून  " On Set " का मॉडल होता है।  मौसम वैज्ञानिक उसमें Intial Condition  डालकर अगले-  10 दिनों का मौसम Forcast करते हैं। जैसे हवाएं किस तरफ चल रही है - Low Pressure Area कहां बन रहा है -  Cyclonic Circulation कहां बन रहा है? हवा गति क्या है? - हवा में नमी कितनी है? - इन सभी data's -  आंकड़ों में जब model में डालकर - forcast  की Analysis करते हैं - उसके बाद ही मानसून की गतिविधियों को कागजों पर लाकर - मानसून Foecast किया जाता है। Earth के rotation का भी ख्याल  करते हैं। यह सभी Perameter को model में डालकर दिल्ली का मानसून "On Set" -  मौसम वैज्ञानिकों ने 15 जून घोषित कर दिया लेकिन -  मौसम वैज्ञानिकों की Active Conditions -  ने अचानक पलटी मार दी और दिल्ली में आने वाला मानसून - धराशायी हो गया। जिस model ने सारे Parameters डाले थे - वो या तो बनावटी आंकड़े थे अथवा मौसम वैज्ञानिक - उन सही आकड़ो को पकड़ने में नाकामयाब रहा।





अब दिल्ली के मानसून का आवागमन (On Set) -  अभी दिल्ली बहुत दूर है-  

मानसून के आने का लंबा इंतजार करना होगा ।

मौसम वैज्ञानिकों को  को - मानसून के पलटा खाने का अंदाजा ही नहीं लग  पाया।





अब जो  स्थितियों  ओर  लिपा - पोती की जा रही है - वो इस प्रकार से समझाया जा रहा है जरा ध्यान से गौर करें। बिल्कुल भी भर्मित हैं।




 जब पूर्वी हवाएं - south -west मानसून की हवाएं - जो अरब सागर से आती है - वह दोनों मिल जाए - तो मानसून Active conditions बन जाती है। यह दोनों हवाएं - एक साथ मिलकर -  हिंदुस्तान के मानसून की सभी तारीख  ( on set ) को  आगे खींच के ले गई - जिससे सभी जगह advance  मानसून आ गया। ये बातें कतई भी सही नहीं है।


अभी दिनांक 16 जून को पश्चिमी हवाएं राजस्थान,  पंजाब , हरियाणा आदि प्रदेशों के ऊपर चल रही है-  और वहां एक टर्फ (turf) बना रही है। पूर्वी हवाएं जो U.P.  तक आ पहुंची है - उन हवाओं - मैं पश्चिमी हवाएं रोक रही है और आगे बढ़ने नहीं दे रही है। इन दोनों हवाओं की टक्कर के कारण पूर्वी हवाएं -  हिमालय की तरफ मुड़ने लगी है -  जिसके कारण - दिल्ली के आसपास का मौसम का मिजाज तथा 'On Set'  गड़बड़ा गया है - जबकि 15 जून को तो मानसून का आगमन ( on set)  हो ही जाना चाहिए था।





ये पूर्वी हवाएं जो बंगाल की खाड़ी से आ रही है - उसकी ऊंचाई तीन से चार किमी की है - जबकि -  इन हवाओं की ऊंचाई 9 से 10 किमी होनी अनिवार्य - तभी - ये हवा नमी भरपूर होगी और अच्छे बादल बनकर  - दिल्ली और उसके आसपास- मानसून की अच्छी बरसात करेगी -  परंतु जब हवाओं की depth ही - 3 - 4 किमी की ऊंचाई की है - तो फिर मानसून के बादल बनेंगे ही नहीं और 15 जून को मानसून आना - कोरे कागजो पर बनावटी मानसून - घोषित किया गया था। आखिर 3 से 4 किमी कि पूर्वी हवाओं का अंदाजा कोई भी मौसम वैज्ञानिक पता नहीं कर - सका - तो भला आप और - हम - कैसे कर पाएंगे।


 कृपया ध्यान देवें कि यही मौसम वैज्ञानिक की मई - 2021 के महीने में इन दोनों हवाओं को आपस मे टकराकर  और जोरदार भिड़ंत के कारण - दिल्ली में 119.0

मि.मी. वर्षा का रिकॉर्ड तोड़ - आगमन समझाकर -  हमें गुमराह किया था।  अब इस तरह की भिड़ंत 14-15 जून को -  क्यों नहीं कर पाए?





 मौसम वैज्ञानिक - कृपया ध्यान देवें की जनता इतनी मूर्ख नहीं है कि आपने केरल में मानसून "on set" 3 जून को ही कागजो में कर दिया -  परंतु वहां 13 जून तक-" आँसूओ जितनी भी बारिश टपकी नहीं थी - कृपया - अपने रिकॉर्ड की जांच कर लें।  सारे " Zero rain falls " के - आंकड़े - आपको भेजे जा चुके हैं।


 केरल के बाद मानसून - छलांग मारकर -  मुंबई पहुंच गया। 

 रास्ते में गोवा, कर्नाटका छोड़ दिया-  फिर मध्य प्रदेश और बिहार पहुंच गया। अब उसे दिल्ली ही पहुंचा दिया।  हमारी एक्सपर्ट टीम ने दिनांक 3 जून 2021 को क्या घोषणा की थी? -  जरा ध्यान - से - पढ़ेंलें - डॉ. Ramji bajaj 

"इस बार पूरे भारतवर्ष का  मौसम तंत्र समझने में - वैज्ञानिक - बड़ी भारी भूल कर रहे हैं - या उनके समझने के बूते की बात नहीं है सिर्फ हवाओ में काल्पनिक निशाने मार रहे हैं।" डॉ राम बजाज





डॉ. राम बजाज

Engineer and Geoscientist

With Team member Mech. Engineer Dinesh Joshi.

Engineer H.H. Chanchani BITS Pilani

Courtesy:- Mousam Nation/Sky net/I.M.D/Windy.com.


नोट:- दिल्ली मैं मौसम उन पर "On Set" छोटे चैनलों ओर मौसम विज्ञानिक को चेतावनी है की कृपया गलत तथ्य देकर - देश की जनता को गुमराह करने का काम बंद कर दें - अथवा झूठे दावे । का विश्लेषण - करना बंद कर देवे। मौसम विज्ञानिको की गलत  भविष्यवाणीयो का खंडन करे।

Comments

  1. Thanks For The Research Sir And This Is Such A Difficult Forecasting And Really Your Are Doing It Very Well Thanks A Lot Sir

    ReplyDelete
  2. Govt. Should be realise soon that their government institution not working properly. They need to learn more from you.

    ReplyDelete
  3. you are all right sir...congrts you really deserve praise

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

"प्रकृति ने ताज महल को कुछ ऐसी अदृस्य खुबिया - न्योच्छावर की है कि ताज को कभी भी बदरंग नही होने देगी।" डॉ. राम बजाज

आयुर्वेद विज्ञान पर हमारी सरकार इतनी बेहरम क्यों? | Reality