नववर्ष 2025 मंगलमय व अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक बनेगा
सदाबाहर और गुलाब के फूलों के अर्क का उपयोग करके सोने (Gold) और चांदी के नैनोकणों का हरित संश्लेषण (Green Synthesis) से Diabetes शुगर (300 से 450 mg/dL लेवल तक) व ग्लोकोमा का इलाज भी संभव हुआ। मेडिकल क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति।
Gold-Silver-Nano Particles, Green Synthesis via Biological methods lower, High – High Blood Sugar level up to Normal level within three months. Nano-particles could transform medical treatments like Diabetes, Cancer, Alzheimer and HIV are very very easily.
अस्थमा, गैस्टिक, दान्तों की बीमारी, फैटी लीवर, प्रोस्टेट, खांसी का इलाज चंद दिनों में सम्भव।
हाल के वर्षों में विभिन्न आयुर्वेदिक मेडिकल पौधों के अर्क का उपयोग करके सोने - चांदी के नैनोकणों के हरित संश्लेषण ने बहुत अधिक ध्यान आकर्षिक किया है, ऐसा इसलिए है क्योंकि वे विधियां सरल और पर्यावरण के अनुकूल है, परन्तु सोने - चांदी के कारण बहुत - बहुत महंगी है।
इस अध्ययन और रिसर्च में यह निष्कर्ष देखा गया कि कुछ मिनटों में ही बहुत छोटे - छोटे क्रिस्टलीय सोने-चांदी के नैनोकणों का निमार्ण हुआ। गुलाब के फूलों और सदाबाहर के फूलों को प्लेवोनोइडस, फेनिल प्रोपेनोइडस और अन्य फेलोनिय योगिको के समृद्ध स्त्रोत (Sources) के रूप में जाना जाता है।
सोने और चांदी का हरित संश्लेषण सिर्फ उपरोक्त दोनों फूलों के अर्क के उपयोग से ही किया गया है, हालांकि गिलोय, मैथी, दाल चीनी, नीम के पत्ते, तुलछी, एलोवेरा, हल्दी आदि भी औषधीय पौधे उपयुक्त विकल्प भी है - जो समय-समय पर अलग-अलग बीमारियों के अनुसार हरित संश्लेषण में भी काम लिया गया।
इन सोने - चांदी के नैनोकणों की खासियत यह है कि जैसे ही ये किसी बैक्टीरिया, वायरस या फंगस या अन्य प्रकार के दुर्लभ कीटाणुओं के सम्पर्क में आते है, इनकी क्रियाशीलता बढ़ जाती है और ये इलेक्ट्रांस रिलीज कर देते है और उन किटाणुओं का गलाघोट देते है - जिससे उनकी बढ़ोतरी रूक जाती है और बारी-बारी से सभी बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के किटाणुओं को मार देते है और बीमारी पर नियंत्रण तेजी से कर लेते है।
अध्ययन में पाया गया है कि सोने-चांदी के नैनोपार्टिकल्स ग्राम पांजिटिव - ग्राम नेगेटिव दोनो प्रकार के बैक्टीरिया पर अत्यंत ही प्रभावी है और विभिन्न बिमारियों को जड़ से ही खत्म कर देते है। Alzheimer, Parkinson और Depression Disease का इलाज आसान हुआ। क्योंकि इन नैनोपार्टिकल्स का Blood – Brain –Barrier (BBB) से आसानी से पास हो जाता है और उपरोक्त बीमारियों का खात्मा कर देते है।
Medical aspects and World New Revolution
The charged nano-particles to not only cross the blood-brain-barrier (BBB) but also target the various groups of bacteria & pathogen which generates the diseases like Alzheimer’s, Parkinson’s, migration & depressions.
These nano-particles of gold & silver are highly bio – available, meaning they disassociate from the water quickly they are bio-active, meaning they pass across the cell membrane really to fully neutralize the pathogen.
Remember that our researchers explained that the physical presence of biological gold-silver nano-particles nears a virus, fungus, bacterium or any other single celled pathogen-disables its oxygen metabolism enzyme. The process suffocates and kills the pathogen. The pathogen is then cleared out of body. The biological nano-particles of gold & silver are then set free again to continue the attack on the other new pathogens. This creates a strong – multiplier effect on our better health.
1. Dr. Ram Bajaj
Ph.D,
B.E. (Civil Engineering) from
B.I.T.S, Pilani
2. Dr. S.N.Bajaj
M.B.B.S., M.L.M.H.I (SWISS)
D.I.Hom. (England)
3. Narendra Saxena
Engineering Graduated from B.I.T.S, Pilani
4. M.M.Kothari
Engineering Gradudated from B.I.T.S, Pilani
Contact:
Dheeraj - 9261393382
Email: info@rambajaj.com
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