हमारा पर्व होली

दिनांक : 24 25 मार्च 2024

चमत्कार ही है कि फूलों के रंगों को बदला भी जा सकता है।

इस वर्ष 2024 की होली - आप फूलों के प्राकृतिक रंगों के साथ खेलें।


आश्चर्य ही नहीं - यह कृषि वैज्ञानिक का चमत्कार ही है कि फूलों के रंगों को बदला जा सकता है ? देखें - महसूस करें। धन्यवाद देना - होली पर भूल सकते है।


रंग कैसे बदलें ?



मिट्टी का पीएच (pH) फूलों का रंग निर्धारित करता है। अधिक विशेषरूप से, यह एल्यूमीनियम आयनों (Ions) की उपस्थिति और पौधे को एल्यूमीनियम को अवशोषित करने की क्षमता है जो फूलों के रंग को प्रभावित करते है।


यदि एल्यूमीनियम मौजूद और उपलब्ध है, क्योंकि यह अधिक अम्लीय मिट्टी में होता है तो फूल नीले होते है। कम अम्लीय या तटस्थ मिट्टी में एल्यूमीनियम - हाइड्रॉक्साइड आयनों (Ions) के साथ मिल जाते है, जिससे यह पौधों के लिए उपलब्ध हो जाता है और फूल गुलाबी हो जाते है।


क्रीम या सफेद फूल वाले पौधे मिट्टी के पीएच (pH) से प्रभावित नहीं होते और रंग नहीं बदलते - परन्तु हमें रंगों का आधा गुलाबी कर दिया है। (देखें) - जो असम्भव था।

       

Change systems of respiration through – open necked bottles

Please note that plant respiration happens not only in leaves, but also through root system. We change of system of respiration in root system to change the colour of the flowers and the health of the complete plants. By this system, in root systems, oxygen (O2) in soil pores diffuses into the root hairs and get transported to all parts of the roots. Plant roots use photosynthates during extra respiration through our system for their various functions and change of colour of flowers are one of them.


Flower colour changes occurs in flowers in a wider range of angiosperm-taxa that undergo colour change associated with age or after successful pollination. Technique use in colour change.

Mechanisms of Colour Change in Flowers

The three major pigment involved in a flower change are

Anthocyanins, Carotenoids and Betalains

Colour changes can occur from any of the following an accommodation or loss of Anthocyanins, Carotenoids or accumulation of Betalains.

Picture of pH values

Depending on the species, flower change can effect and entire flower or it can occur in a localized part.

Senescence and pollination are the most main cause of the flowers colour change.

Picture of colour change is one plant and one branch at difference various branches

नोट : चमत्कारी खिलें हुए और बदलते हुए फूलों को देखकर सैंकडों राह चलते लोग फोटों खिंच रहे है और सोशल मिडिया पर स्टेटस लगा रहे है। ऐसा चमत्कारी फूलों का पेड़ आज तक किसी ने नहीं देखा - जिसमें विभिन्न फूलों के रंग अलग-अलग है। ध्यान से देखें - गौर से देखें और फूलों संग होली मनाऐं।

अगर किसी भी व्यक्ति को इन चमत्कारी फूलों की जानकारी लेनी हो तो लिखे नम्बर पर सम्पर्क करें :  धीरज - Mob: 9261393382


Regards,

Dr. Ram Bajaj

Ph.D, 

B.E. (Civil Engineering) From 

B.I.T.S, Pilani

Environmentalist on Ganga River

Technical and Researcher/Experts on Taj Mahal

Soil Engineer

Agricultural Scientist

M.A. (Economics)

M.A. (Public Admin.) 

M.Com (Fin. Man.) 

L.L.B. 

Diploma In Interior Decoration M.I.E.

M. Struct E.

F.I.V

Structural Engineer

Comments

  1. Hello Sir, Quiet interesting note... I am not good in Hindi.. So I could read only the English paragraph... So please forgive me if my doubt is silly. Do we need to provide any nutrients / water through this naked bottles? Or that is only to facilitate the atmospheric Nitrogen and Oxygen supply?

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