मौसम विभाग के आंकड़े और आंकलन - क्या इस साल 2021 मॉनसून की भविष्यवाणी को झूठा साबित नहीं कर रहा है?
Dr.Ram
Bajaj-Whether 2021
दिनांक - 02 सितम्बर 2021
मौसम
विभाग के आंकड़े और आंकलन - क्या इस साल 2021 मॉनसून की भविष्यवाणी को झूठा साबित नहीं कर रहा है? फिर मौसम
वैज्ञानिकों ने देश को क्यों धोखा दिया और गुमराह किया?
क्या
सरकार इनके खिलाफ कोई कारवाही करेगी?
क्या
हमारी भविष्यवाणी और आंकलन को और कोई सबूत देनी की जरूरत है?
1.
कृपया ध्यान देवें कि हमने देश का
स्पष्ट रूप से आंकलन करते हुए - साफ साफ शब्दों में भविष्यवाणियां की थी कि इस साल
के मॉनसून को समझना हमारे मौसम वैज्ञानिको के बस की बात नहीं होगी।
“अन्त में वही हुआ जो हमने कहा था।”
- डा.राम बजाज
2.
मौसम वैज्ञानिकों को बार-बार चेताने के
बाद भी हमेशा देश को अच्छे मॉनसून के सुन्दर से सुन्दर सपने दिखाते रहे - जबकि जून
माह में केरल के मॉनसून को “झूठा और गलत” “Onset”-declared किया था? मॉनसून आया ही नहीं था।
“अन्त में वही हुआ - जो हमने कहा था,
केरल में सबसे कम बरसात हुई
है।”
- डा.राम बजाज
3.
हमने चेताया था कि वैज्ञानिको कृपया
मॉनसून की झूठी लाल-पीली-काली रेखाओं के जरिए - मॉनसून को झूठा आगे मत बढ़ाओ।
इतिहास में कही भी मॉनसून रूक नहीं सकता। वैज्ञानिकों ने मॉनसून को
बाड़मेर-अलीगढ़ के पास रोक दिया और वहां दीवार खड़ी कर दी।
“अन्त में वही हुआ जो हमने कहा था।”
- डा.राम बजाज
4.
देश के वैज्ञानिकों ने काली-पीली रफ
रेखाओं को बार-बार हिमालय के तलहटी पर पहुंचाकर मॉनसून को “ब्रेक” के नाम
से समझा रहे है। जबकि मॉनसून का वातावरण बना ही नहीं तो ब्रेक कैसे हुआ? क्या इस
चैनलो के खिलाफ सरकार कोई कारवाही करेगी।
5.
कुछ भ्रामक चैनलों द्वारा आई.एम.डी के
अनुमानो को सही ठहराने के लिए रोज़ - बादलों को “उमड़-घूमड़” की
शब्दावली का उपयोग करते रहे और जगह-जगह लाल-पीली बिजलीयां चमकाते रहे। घोषणाओं का
अम्बर लगाकर आई.एम.डी को सच साबित करने की भरपूर चेष्ठा की ओर तो ओर दिल्ली में
अति भारी बारिश के दिन - स्वयं को नहाते दिखाकर - ऐसा गुणगान करते रहे जैसे की
इन्द्रदेव ने पूरे देश में बरसात का अम्बर लगा दिया है। आई.एम.डी की दिल्ली में
बरसात की जब भी घोषणा की - उन तारीखों का आंकलन अगर हम करें तो हमेशा झूठी और अति
झूठी साबित हुई है। सरकार इन सभी के खिलाफ कार्यवाही करें।
6.
हमने आंकलन किया था कि कृपया मौसम
वैज्ञानिक - सरकार और किसानों को सचेत करें कि मॉनसून 2021 सामान्य
नहीं रहने वाला है - बांध खाली रहेंगे। सिंचाई का पानी उपलब्ध ही नहीं होगा। पीने
के पानी की समस्याऐ आयेगी।
“अन्त में वही हुआ जो हमने कहा था, आधे बांध खाली पड़े है।”
- डा.राम बजाज
7.
अभी भी “मॉनसून की
कमी” का जो आंकलन कर रहे है वह भी अतिभ्रामक है। सितम्बर माह का मॉनसून भी
नोर्मल नहीं रहेगा और फिर देश में पानी की उपलब्धता का लेखा-जोखा मौसम वैज्ञानिक -
क्यों आंकड़ा देने में देरी कर रहा है।
8. हमने जो देश को आगाह किया था
- उसकी कृपया जांच, परख कर लें कि हमारा आंकलन कितना सटीक था?
Thank you. You have proven us right again with your
suggestions & comments. We will remain at the top & most accurate to
forecast the Indian Monsoon in the future also. Please do not challenge us.
Dr.Ram Bajaj
Good work sir..
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