Date: 12 March 2021
ताजमहल के निमार्ण से पहले पूरे मुगलकालिन शासन के समय से हमारे पूरे हिन्दुस्तान में इस तरह का काम करने वाले एक्पर्ट कारीगर और शिल्पकारों की भरमार थी।
- डॉ.राम बजाज
“..........Artisans were requisitioned from all over the empire “including Central Asia and Iran” – is totally flash and fabricated by the historian of that time. Even our lazy archaeological experts are‘‘ऑंख मूंद कर बैठे है।‘‘ क्या उन्हे जानकारियां नहीं है कि ताजमहल के निमार्ण से पहले पूरे मुगलकालिन शासन के समय से हमारे पूरे हिन्दुस्तान में इस तरह का काम करने वाले एक्पर्ट कारीगर और शिल्पकारों की भरमार थी। क्या उन्हें मालूम नहीं है कि ताजमहल ईमारत के निमार्ण करने से पहले हुमायूं का मकबरा, अकबर का मकबरा, आगरा फोर्ट में कई महलों के निमार्ण में हिन्दुस्तान के ही कारीगरों को मंगवाया और बुलाया गया था।
Photo captured by our Engineering Team
हरगिज भी नहीं। हमारे अपने मुल्क में - मुगलकालिन कलाकृतियों वाले Artisans पहले से ही मौजूद थे। हमारे पुरातत्व विभाग वाले आलसी जानकारों के जानकर भूलों के कारण हमारे कारीगरों के सम्मान को ठेस पहुंचाई है। उस वक्त लाहौर में किए गए इसी तरह की कारीगरी के नमूनों को हमें भूलना नहीं चाहिए।
इसलिए हमारी इंजीनियरिंग टीम का मानना है और इतिहास गवाह है कि हमने ताजमहल के निमार्ण में किसी भी देश से कारीगरों और शिल्पकारों को नहीं बुलाया था। यह सिर्फ चाटुकार इतिहासकारों की झूठी कहानियां मड़ने के अलावा कुछ भी अधिक नहीं था। हमारे देश के कारीगरों और शिल्पकारों ने ही ताजमहल का निमार्ण कराने में अपना सहयोग दिया था - ना कि कोई अन्य देश के Artisans बुलाए गए थे।
पुरातत्व विभाग आगरा - इन झूठी कहानियों को शिलालेख पर दुरस्त करना अनिवार्य होगा।
Inside Agra Fort
Inside Agra Fort
Inside Humanyu Tomb
Inside Humanyu Tomb
Inside Akbar Tomb
Inside Akbar Tomb
Dr.Ram Bajaj
Ph.D, M.Structural Engineer,
B.E. (Civil Engineering) From
B.I.T.S, Pilani
M.A. (Economics)
M.A. (Public Admin.)
M.Com (Fin. Man.)
L.L.B.
Diploma In Interior Decoration M.I.E.
F.I.V
Chartered Engineer
Structural Engineer
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