दिनाँक 2 अक्टूबर 2020।
(1) इतिहास गवाह है कि "शाहजहा" ताजमहल की चार मीनारे जिनकी ऊंचाई 42.6 मीटर बतलाई गई है - जिसको बनावट में बाहर की तरफ झुकाया गया है ताकि तेज भूकंप और पतन की स्थिति में - वे मुख्य मकबरे और भव्य गुंबद को नुकसान न पहुंचाए। आज भी यह मीनारें - और कुछ न कुछ ज्यादा ही झुकने के प्रमाण - हमारे इंजीनियर ने अब तक देकर साबित किया है। हमारी राय - इस इत्तेफाक से मेल नहीं खाती है। हम जल्दी इस संबंध में कुछ विपरीत तकनीक़ी प्रमाण पेश करने वाले हैं।
(2) इसके लिए हमें सरकार से इजाजत मांगी है कि हमारी तकनीकी टीम को ताजमहल परिसर में कुछ नाप-तोल (measurment)की इजाजत दी जाए - जिसकी हम प्रतीक्षा कर रहे हैं।
(3) इस बीच में हमारी "इंजीनियरिंग टीम" ने ताजमहल का जायजा लिया और 22 सितंबर से 30 सितंबर 2020 के बीच - कुछ ऐसे फोटोग्राफ लिए हैं - जिसका हम और हमारी टीम बारीकी से अध्ययन कर रही है। फोटोग्राफ्स देखें जिसमें एक मीनार - काफी झुकी हुई दिखाई दिख रही है और दूसरी टीम मास्क लगाए - ताजमहल का निरीक्षण और जायजा भी ले रही है। कुछ फोटोग्राफ आप के अध्ययन के लिए भेज रहे हैं - ताकि आप अपनी राय पेश कर सके।
डॉ. राम बजाज
(Structural engineer and his team of engineers)
Date:- 2 October 2020.
Time:- 7:40 p.m
Brilliant research sir keep it up
ReplyDeleteBrilliant research sir keep it up
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