अगस्त में - भारत के मौसम का मिजाज गड़बड़ा रहा है:-
अगस्त में - भारत के मौसम का मिजाज गड़बड़ा रहा है:-
(1.) 3 जून 2020 को मुम्बई के तटों पर "निसर्ग" तूफान की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक नहीं थी परंतु फिर भी पूरे हिंदुस्तान को एक पैर पर खड़ा कर किया था।
(2.) "मौसम वैज्ञानिकों" को व "मौसम चैनलों" को 5 अगस्त 2020 को जैसलमेर (राजस्थान) और मुंबई के तटों पर , 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक हवाओ वाले तूफान की जानकारी क्यों नहीं थी - उसकी चेतावनी क्यों नहीं दी गई - इसके जिम्मेदार कौन है सरकार ध्यान देवें।
(3.) 3, 4 , 5 एवं 6 अगस्त 2020 को अरब सागर से उठने वाले मानसून ने मुंबई व उसके संपूर्ण तटीय क्षेत्रों में अति भारी बारिश करा चुका है - और अभी
(4.) पालघर , धानु , बलसाड क्षेत्र मैं निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण दिनांक 5,6 अगस्त से भारी बारिश हो रही है परंतु
(5.) यह मानसून मध्यभारत जिसमें मध्यप्रदेश , मध्य महाराष्ट् की तरह बढ़ना था लेकिन ऐसा नहीं होगा और इन उपरोक्त इलाकों में मानसून की भारी वर्षा की कमी रहेगी क्योंकि
(6.) मुंबई के तटीय क्षेत्र से बनने वाला मानसून तब गुजरात में प्रवेश करते हुए जूनागढ़, जामनगर, पोरबंदर, द्वारका, राजस्थान के कुछ भाग से होते हुए "पाकिस्तान" की कराची शहर की ओर मुंह-मोड़ लेगा। इसके कारण गुजरात में भारी बारिश के अलावा मध्य भारत में - मानसून बिल्कुल ही कमजोर पड़ जायेगा। बाड़मेर, जोधपुर व बीकानेर के आसपास हल्की मध्यवर्ग की वर्षा संभव होगी।
(7.) 9,10,11,12 अगस्त को "बंगाल की खाड़ी" से मानसून विकसित होने के कारण, विजयवाड़ा,विशाखापट्टनम,भुवनेस् वर के रास्ते से बरसात हुआ- एक बार- मध्यभारत की ओर बढ़ेगा- जहां- अरब सागर की हवाओं के साथ मिलकर - बंगाल की खाड़ी की हवाओं के साथ - अच्छी मानसून वर्षा होगी - ही -होगी।
(8.) मानसून विज्ञानिक - अभी चिल्ला चिल्ला कर कुछ और ही गलत बातें - समझा कर भारी मानसून - मध्य भारत में खींच के ला रहे हैं - जो अभी 10 अगस्त तक संभव नहीं।
(9.) पाकिस्तान की तरफ बढ़ने के 3 दिन बाद - एक बार हवाओं का रुख भारत की ओर होगा - और मानसूनतंत्र सक्रिय हो जाएगा।
(10.) मानसूनतंत्र की इन गतिविधियों का आंकलन किसी भी वैज्ञानिक "मौसम वैज्ञानिकों को" और मौसम चैनलों के पास नही है - कृपया ध्यान देवें।
(11.) अगर ऐसा संभव हो गया तो कृपया हमें बधाई देना नहीं भूले।
(12.) अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के पानी में हर रोज तापमान में "उतार-चढ़ाव" इसका मुख्य कारण है।
(13.) 6 अगस्त को मुंबई के तटीय इलाकों में" तेज आंधी" और "तूफान" का भी सामना करना पड़ेगा।
(14.) 5 अगस्त की शाम को- जैसलमेर ( राजस्थान )में एक बड़े "तूफान" जिस की गति 100 किमी प्रति घंटा से अधिक थी - दिन को - रात के अंधेरे में तब्दील कर दिया था। यह "तूफान" कहां और कैसे प्रकट हुआ - वह मौसम वैज्ञानिकों के "समझ के " नजदीक ही नहीं है। तूफान में - धूल के बडे गुब्बारे का संकेत - हमारे लिए तो साफ़ है। आने वाले मानसून में मिजाज में गड़बड़ी पैदा कर देगी।
नोट:- और अधिक जानकारी के लिए हमारा ब्लॉग पढिये
Dr Ram Bajaj
Scientist and Engineer
Date - 6 August 2020
Time - 10:50 p.m
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