Dr Bajaj Weather 2020 - दिल्ली  मानसून कब आएगा 2 - 15  जुलाई
दिल्ली में अच्छी वर्षा इंतज़ार करते थक गए है। आखिर मौसम विभाग की कोई भी भविस्यवाणी  सही नहीं जाएगी।
परन्तु IMD दिल्ली के वैज्ञानिक क्या दिल्ली वासियों को सिर्फ और सिर्फ मानसून के आवागमन के घोषणा करके गुमराह किया है ? - डॉ  राम  बजाज

आभार हिंदुस्तान - क्या   यह भविष्यवाणी IMD की सही निकली क्या?  जवाब आपके  पास  ही  है। गरम हवाए बह  रही है  बारिश की जगह।

अगले 24 घंटे दिल्ली में अच्छी बारिश की संभावना, 60 KM की रफ्तार से चलेंगी हवाएं


बीते कुछ दिनों से दिल्ली वालों को उमस वाली गर्मी से राहत मिली हुई है। इसके आगे भी जारी रहने का अनुमान है। कई दिन से दिल्ली के आसमान में बादल छाए हुए हैं और कुछ इलाकों में बारिश भी हुई है। रविवार को मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि अगले 24 घंटे तक दिल्ली-एनसीआर का मौसम सुहाना बना रहेगा। दिल्ली में आज दिन भर बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम स्तर तक की बारिश होने का पूर्वानुमान है। साथ ही साथ तेज हवाएं चलने को लेकर भी संभावना व्यक्त की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आज दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, मेरठ, रोहतक, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हल्की से मध्यम बारिश होगी। उन्होंने कहा कि राजधानी में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी।
शहर के लिए आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध कराने वाली सफदरजंग वेधशाला ने शनिवार को अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा था। जुलाई में अब तक, सफदरजंग मौसम केंद्र ने 43.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है जो सामान्य 56.5 मिलीमीटर से 23 प्रतिशत कम है।
मॉनसून का मौसम शुरू होने के बाद से शहर में 79.4 मिलीमीटर बारिश हुई है जो सामान्य से 35 प्रतिशत कम है। सामान्य तौर पर 112.1 मिमी वर्षा दर्ज की जाती है। दिल्ली में मॉनसून 25 जून को पहुंचा था। इस साल राष्ट्रीय राजधानी में सामान्य वर्षा का अनुमान है।

1.छुटपुट हलकी बारिश के अलावा  दिल्ली में मानसून गायब हो गया है। कोई ढूढ़कर तो लावे। सभी सरकार और प्राइवेट मौसम विज्ञानिको गलत आंकड़ा देकर झूठ को सच साबित करने में लगे हैं। आगे इन पर कौन विश्वास करेगा। मानसून की रखवाओ का आंकलन - 10 जून  से 15 जुलाई तक जो किया गया हैं वह सब फर्जी दिखाया हैं - जो जाँच करले मानसून इन रेखाओ के हिसाब से कभी आगे बढ़ा नहीं। झूटी  Longitude  - Latitude की रेखाए दिखाई हैं।

2. मुंबई में 15 और 16 जुलाई को भारी से अति भारी बारिश की घोषणा मौसम वैज्ञानिकों ने की हैं जो जूठी साबित होगी। सिर्फ और सिर्फ हल्की बारिश दिन में तीन या चार बार गिरेगी जो 5 m.m से 10 m.m के बिच होगी। जाचंले। 

1. डॉ बजाज वेदर  2020 बार - बार आग्रहन कर रहा हैं की दिल्ली N.C.R में मानसून " onset " की दिनांक " 25 जून 2020 " में भारी - भारी भूल हुई हैं - उस पर दिल्ली वासी बार - बार सरकार को आग्रह कर रहा हैं परन्तु - मानसून के रूठ जाने के बाद - आखिर मौसम विज्ञानिको को इस पर पुनर्विचार करना अति - अति आवश्यक हैं।

2. डॉ बजाज वेदर 2020 द्वारा 1 जून  के बाद ज़ारी की गई सारी घोषणा लगभग सही साबित हुई है जाँचलो। परख ले जिसमे केरला, मुंबई व दिल्ली में मानसून  की घोषणा भी शामिल है।

3. भारतीय वैज्ञानिक जिसमे प्राइवेट चैनल भी शामिल है।  मौसम के आन्कलनो में भारी कमियों के आलावा - गलत भविष्यवाणियों कर रहे हैं - जो देश वासियों के लिए बर्दास्त के बहार हो गया है। इन वैज्ञानिको के दुकानों के माल  हैं।  बारिश हो जाने के बाद आंकड़े देना एक दसवीं क्लास का बालिक भी कर सकता है।

4. दिल्ली में 3 दिन (14 जुलाई से 16 जुलाई ) गरम हवाओ का झोंका ही सहन करना पड़ेगा। एक आधी - हलकी बौछार ज़रूर आएगी।

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Delhi Weather Forecast News Update: दिल्ली-एनसीआर के करोड़ों लोगों के लिए मानसून की झमाझम बारिश का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ( India Meteorological Department ) के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक, सप्ताह भर यानी सोमवार से लेकर शनिवार तक अभी दिल्ली के साथ एनसीआर के शहरों का मौसम भी कमोबेश ऐसा ही बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को भी दिनभर आसमान में बादल छाए रहेंगे। इस दौरान 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे रफ्तार के साथ चलने वाली हवा के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं। सोमवार को न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तो अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावता मौसम विभाग की ओर से जताई गई है।
स्काइमेट का अनुमान, होगी बारिश-मिलेगी गर्मी से राहत
दूसरी तरफ, स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत (Skymet Weather chief meteorologist Mahesh Palawat) ने बताया कि इस पूरे सप्ताह ही रोाजाना आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। कभी हल्की तो कभी तेज बारिश भी होने की संभावना है। लिहाजा, गर्मी से भी राहत बनी रहेगी।

मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी सोमवार और मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होने का अनुमान है। सोमवार को हल्की बारिश का अनुमान है। इस दौरान धिकतम तापमान 37 डिग्री तक बना रहेगा।
25 जून को ही दिल्ली में पहुंच गया था मानून
यहां पर बता दें कि मानसून दिल्ली-एनसीआर में 3 दिन पहले ही पहुंच गया था, लेकिन झमाझम बारिश के बिना ही रूठ गया। इसके बाद से मानसून की उस बारिश का इंतजार है, जिससे दिल्ली-एनसीआर के करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी।
इस बार अधिक बारिश का अनुमान
भारतीय मौमस विज्ञान विभाग के मुताबिक, इस बार दिल्ली-एनसीआर में तुलनात्मक रूप से अधिक बारिश होगी। ऐसे में ऐसी अच्छी बारिश का इंतजार मौसम विज्ञानियों के साथ आम जनता भी कर रही है। बता दें कि मौसम विभाग मानसून के आगमन की तिथि में बदलाव कर सकता है। इसके लेकर पिछले साल भी चर्चा हुई थी। दरअसल, पिछले कुछ सालों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में मानसून अगस्त-सितंबर महीने में जाकर सक्रिय होता है।
1. 25 जून 2020 के बाद पाँच बार दिल्ली में भारी से अत्ति भारी बारिश की चेतावनी - दे चुकी हैं।

2. और अभी तक " ऑरेंज अलर्ट " भी जारी कर रखा हैं।

3. आये 12 जुलाई को भरी बारिश की घोषणा थी - दिल्ली वासी इंतजार कर रहे हैं।











आभार - bhilailtimes.com

दिल्ली में 10 जुलाई से 15 जुलाई के बीच - तीन दिन - लू के अंगारो की बरसात होगी। मानसून अगले 10 दिनो में ढूंढ़कर - लाना होगा।  मुंबई शहर के मानसून की तारिक " 14  जून " याद करले। ऑरेंज अलर्ट जारी हैं।     



यह कौनसा सुखा मॉनसून दिल्ली में 25 जून से आ गया-जिसमें बरसात की जगह लू के गोले बरस रहे है। IMD में आखिर कौन जिम्मेदार है? जून का पूरा महिना ही नहीं-जुलाई के प्रथम सप्ताह तक यही लू के गोले बरसते रहेंगे। मानसून की घोषणा वापिस लो।

राजधानी दिल्ली में मॉनसून के आने के बाद भी तापमान कम होने का नहीं ले रहा है। शनिवार को अधिकांश जगहों पर पारा 40 डिग्री से अधिक रहा। बताया जा रहा है कि 3 जुलाई तक ऐसे ही मौसम रहेगा।
   Courtesy-NBT
1. दिल्लीवासियों को चेतावनी के साथ एक बार फिर सात दिन लू का सामना करना पड़ेगा-जिसमें तापमान 40Oसे 42O तक पहुँचेगा। यह कैसा मानसून आया है?  मौसम विभाग ने हवा के रूख की जाँच-उल्टी की है और उसमें कई खामियां है।

2.                  मौसम विभाग को इन तथ्यों की जानकारी का अभाव होने के कारण-दिल्लीवासियों और मुम्बई वासियों को-मानसून घोषित होने के बाद ही-सिर्फ नम हवाओं के रूख से ही मानसून का अहसास होगा। मानसून के घने-गरजे बादलों के साथ मूसलाधार बारिश का जमाना-अब नहीं रहा-क्योंकि मौसम विभाग का मौसम तो यही कहानी कह रहा है। मूसलाधार-मूसलाधार बारिश का इंतजार है।

3.                  दिल्लीवासियों को सिर्फ पूरे जून तक एक दो हल्के फुव्वारों से ही भीगकर संतुष्ट होना पड़ेगा-क्योंकि इस बार का मानसून-सिर्फ हवाओं से ही निर्धारित हुआ है। सिर्फ नम हवा ही आपका मानसून होगा। मौसम विभाग-हवा का रूख उल्टा है।

4.                  मौसम विभाग का ऑरेंज अर्लट में कहीं भी आपको असुविधा का सामना नहीं करना होगा। कहीं-कहीं पर पानी के निकासी नहीं होने पर-मौसम विभाग उसको Water Logging को ही बढ़ा-चढ़ा कर ही आपकी जानकारियां देंगे और बड़ी-बड़ी बरसात की घोषणा सुनने को ही मिलेगी।

5.                  खुशखबरी-खुशखबरी कि दिल्ली और एनसीआर में बारिश का आगमन 25 जून 2020 को मौसम विभाग ने जारी कर दिया है परन्तु दिल्लीवासियों को सिर्फ नम-नम-नम हवाओं से ही नहाकर भीगना होगा।

6.                  कहाँ है-दिल्ली का मानसून-कृपया ढूंढकर हमें बतलाऐं-हम आपके अभारी होंगे।

7.                  मानसून की बरसात का आनंद-आप दिल्लीवासी-मुम्बई के अबतक के मानसून की बारिश का इंतजार खत्म नहीं होने कारण के जैसा ही रहेगा। मुम्बई शहर में-बारिश का 26 जून तक का इंतजार-सिर्फ झूठा-झूठा-झूठा ही साबित हो रहा है। इससे ज्यादा कुछ नहीं।

8.                  20, 21, 24, 25, 26 जून की हमारी घोषणा बिल्कुल सच-सच-सच साबित हुई।

बिहार सहित नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में अगले दिनों में होगी भारी बारिशदिल्ली-NCR को करना होगा मानसून का इंतजार
Courtesy-Hindustan.com

मौसम विभाग ने बिहार और उत्तर-पूर्वी राज्यों में आने वाले दो दिनों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान किया है। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा है कि आने वाले पांच दिनों में पंजाबहरियाणा और दिल्ली एनसीआर में भारी वर्षा नहीं होगी। मध्य भारत में आने वाले दिनों में मध्यम बारिश होने की संभावना है।

इससे पहले भारतीय मौसम विभाग ने कहा थादक्षिण पश्चिम मानसून राजस्थानहरियाणा और पंजाब के बाकी हिस्सों में आगे बढ़ गया है और यह आज 26 जून को पूरे देश में पहुंच गया। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र जो पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और मध्य भारत के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से मानसून को आगे बढ़ने में मदद मिली।

मानसून आमतौर पर एक जून को केरल पहुंचता है और इसे पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर पहुंचने में 45 दिन का समय लगता है जो कि देश में इसका आखिरी स्थान है। 2013 में मानसून 16 जून को पूरे देश में पहुंच गया था। उसी समय उत्तराखंड में भीषण बाढ़ भी आई थी।

आपको बता दें कि इस साल मानसून तय समय से करीब 12 दिन पहले पूरे देश में पहुंच चुका है। मौसम विभाग ने बयान जारी कर कहा कि पूरे देश में अब मानसून सक्रिय हो चुका है। हालांकिराजस्थान के सीमावर्ती इलाकों तथा पंजाब के कुछ इलाकों में मानसून के पहुंचने की निर्धारित तिथि जुलाई है।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Delhi Weather Update: दिल्ली-एनसीआर में बृहस्पतिवार सुबह से छाए बादल शाम को मेहरबान हो गए। दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के कई इलाकों में देर शाम 7 बजे के बाद 10 मिनट तक तेज बारिश हुई, हालांकि इससे उमस और गर्मी से कोई खास राहत नहीं मिली।


बता दें कि 25 जून को दिल्ली-एनसीआर में दस्तक देने के बाद से मानसून लापता हो गया है। आलम यह है कि मानूसन के दस्तक देने के 15 दिन बाद भी दिल्ली-एनसीआर के करोड़ों लोगों को झमाझम बारिश का इंतजार हैजिससे गर्मी और उमस से राहत मिल सके। वहींमानसून है कि बारिश के लिए इंतजार बढ़ाता ही जा रहा हैजबकि मौसम विभाग पहले ही दिल्ली-एनसीआर में अच्छा बारिश की संभावना कुछ महीने पहले ही जता चुका है।

वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) का कहना है कि दिल्ली के साथ इससे सटे शहरों गाजियाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और सोनीपत में मौसम का मिजाज कमोबेश ऐसा ही बना रहेगा। कुल मिलाकर मानसून की झमाझम बारिश के अगले कुछ दिनों तक आसार नहीं हैं। बावजूद इसके स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत (Skymet Weather chief meteorologist Mahesh Palawat) ने बताया कि मानसून ट्रफ अलग-अलग दिशा में बढ़ता रहता है। ऐसे में कभी अच्छी बारिश हो जाती है तो कभी बूंदाबांदी तक सिमट जाती है। हालांकि, अभी कई दिन बारिश होने की संभावना बनी रहेगी। ऐसे में लोग उम्मीद कर सकते हैं कि अगले कुछ दिनों में मौसम का मिजाज बदलेगा और दिल्ली-एनसीआर में अच्छी बारिश होगी।

इससे पहले बुधवार सुबह से शाम तक आसमान में बादल छाए रहेष इस बीच दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को पालम, रिज, लोधी रोड इत्यादि इलाकों में सुबह बारिश हुई तो आयानगर में दोपहर बाद बादल बरसे। इसके अलावा भी कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। 

आभार - Jagran

An order by the Kerala government's Disaster Management Department issued on June 19 and viewed by The Hindu, authorises the release of ₹95 lakh to three private companies — Skymet Private Ltd, Earth Networks and IBM Weather Company — to use “ensemble predictions to improve extreme weather alert services in the State.”

The devastating floods of 2019 in Kerala have heightened concerns about the state of extreme-weather preparedness in Kerala. The order states that these services solicited would be part of a 1 year pilot project.

The Kerala government’s decision builds on an earlier order from April 30 where it said it was dissatisfied with the IMD. The Kerala State Disaster Management Authority (KSDMA) had reviewed the State's preparedness in terms of weather prediction and the IMD's preparedness. The IMD, that order reads, had promised to ready15 Automatic Weather Stations (AWS) before the monsoon. “Unfortunately no new AWS has come up and the near time data streaming is minimal to nil,” the letter rues.

“With such an unreliable network....the State will not be able to localize alerts. None of the major requirements of the State have been met and this impedes disaster management capabilities of the State,” it adds.
AWS measures wind speed, humidity, rainfall and relay the data to centralized systems that are used to provide weather forecasts. The IMD’s inability to provide services was the reason to solicit the services of “reputed” private weather companies, the letter adds.
A senior official associated with the IMD told The Hindu on condition of anonymity that the IMD was unable to accede to the Kerala government’s requirement because of disagreements over the location of the AWS. After cyclone Ockhi of 2017 claimed the lives of several fishermen in Kerala and Tamil Nadu, the IMD as part of sprucing up the State's weather warning capabilities committed to installing 100 AWS. However, these could only be installed as per a pre-defined IMD protocol.
“They wanted us to install them in certain places and we couldn't do that. Moreover, there are three Doppler Weather Radars and already a strong forecast mechanism in the State,” the official with the IMD said.
Jatin Singh, CEO, Skymet said his company had already made an app, called Kerala Rain, that issued 15-day forecasts and “real-time monitoring” for 100 weather stations. “It gives location-specific notice about possible floods in a region,” said Mr. Singh.

Courtesy - The Hindu
 Date - 15 July 2020
 Time - 12:30               
                                                                                       Contact Details
 डा.राम बजाज
Scientist and Engineer
डा.राम बजाज
इंजीनियर (B.I.T.S,पिलानी
सांईटिस्ट
एग्रीकल्चर
इकॉनोमिस्ट
लेखकः बुक्स
Email: info@rambajaj.com




इंजीनियर (B.I.T.S,पिलानी
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