Who Would Have Thought that Corona Virus Would Change THIS in Delhi


नई दिल्ली अप्रैल 2020 को नष्ट करने का मौका हम आपको दुबारा नहीं देंगे। अभी से चेत जावे।

ये  कोरोना नहीं है - प्रकति को समझने के लिए - दिल्ली को नई दिल्ली अप्रैल 2020 का नया रूप
दिया है , समझ जाओ – डॉ. राम बजाज

भारत में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन 2 जारी है। सड़कें, कामकाज, फ़ैक्टरियों; सुने, बाग़ - सब जगह सुनसान वातावरण हैं - लोग घरो में लॉकडाउन 2 खुलने की तारीख का इंतज़ार करते - दुबके पड़े हैं। परन्तु लॉकडाउन की वजह से भारत की राजधानी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, समेत तमाम दूसरे शहरो में वायु, जल,और ध्वनि प्रदूषण में इतनी भारी कमी आई है कि इससे नीचा स्तर आना शायद ही संभव
होगा क्योंकि इससे नीचे कोई स्तर ही नहीं हैं।
लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान और बीते साल अक्टूबर में पी.एम 2.5
प्रदूषकों का भारी अंतर देखा गया। (17/10/2019 - P.M 2.5 - 354. Now, 8/4/2020- P.M 2.5 -


107) दिल्ली के आनंद बिहार में 19 फरवरी 2020 को पी.एम 2.5 का अधिकतम स्तर 404 आंका गया
था - जो ख़तरनाक से खतरनाक स्तिथि को दर्शाता है, जो 5 अप्रैल को यह आंकड़ा 101 रहा। प्रदूषण के
निम्न होने के अन्य आंकड़े, हम जानबूझकर नहीं दे रहे हैं क्योंकि ये विभिन्न वेबसाइट पर अवेलेबल हैं
तथा दिल्ली की पुरानी व नई फोटो भी उपलब्ध हैं।

The air quality index showed air quality level below 50 in Delhi - which
is a rare thing. नीला आकाश, इंडिया गेट, राजपथ, राष्ट्रपति भवन, क़ुतुब मिनार, लाल
किला के नज़ारे  देखना किसी भी इंसान के हाथों में नहीं थे  परन्तु प्रकृति ने करके दिखा दिया। दिल्ली
वासी अब नहीं सम्भले तो प्रकृति उन्हें हमेशा के लिए संभाल लेगी ।




पर्यावरण से जुड़े प्रोफेसर ओ.पी कुबेरा जिनके तत्वाधान में कम से कम 12
स्कॉलरों का रिसर्च संपन्न हुआ - मानते हैं की यह एक ऐसा मौका है जब लोगो को ये अहसास हुआ है कि दिल्ली की हवा साफ़ हो सकती है और हवा में शुद्ध ऑक्सीजन का सांस लेना कितना सुखद हैं।

दिल्ली में 40% से ज्यादा वायु प्रदूषण के लिए निकलने वाला धुआँ ही ज़िम्मेदार हैं। लॉकडाउन ख़त्म
होने पर प्रदूषण में बढ़ोत्तरी होगी,जबकि सरकार - अभी से सबक ले और कुछ कदम उठाए। और अंत में
आज के दिन जितना प्रदूषण स्तर (below 50 or good quality index ) कायम रखना ही होगा।
जिसके लिए सरकार को निम्न उपाय ,सख्ती से लागू करने ही होंगे।

1. सरकारी गाड़ियों से निकलने वाले धुऐ में कमी लाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट, इलेक्टीरिक बसें,कारे,
स्कूटर ,साइकिल का ज़्यादा से ज़्यादा उपयोग करें

2. ओड-इवन स्कीम का पालन करे।

3. लॉकडाउन के दौरान छोटी से लेकर बड़ी कंपनियों में सभी गति विधियाँ जारी हैं ,जिनके लिए ट्रैफिक
में लोग दो से तीन घंटे सड़को पर बिताते थे। लॉकडाउन के बाद ऐसा नहीं हैं कि ऑफ़िस में काम ठप हो
गया हैं या काम ही नहीं हो रहा बल्कि लोग काम घरो में बैठ के कर रहे हैं।
क्लाइमेट चेंज पर काम करने वाले डॉक्टर पी आर कोठारी मानते हैं कि
सरकार व केंद्रीय सरकार को आम लोगो और कंपनियों को समझाते हुए कड़े कदम उठाने होंगे

4. सप्ताह में काम से काम दो दिन के लिए वर्क फ्रॉम होम करना ही होगा। मानना ही पड़ेगा

5. क्लीन और ग्रीन पर 100 % काम किया जाए।

6. ओड-इवन के साथ - सड़क की एक लेन को साइकिल के लिए हमेशा रखना होगा।

7. सड़क पर चलने वाली गाड़ियों का चलना मना करना अनिवार्य होना चाहिए।

8. सरकारी दफ्तरों का आधा काम घरो से ही होना चाहिए - जबतक व्यक्तिगत जकरत नहीं हो। मुख्य
कार्यालयों में आना जाना बिलकुल बंद होना चाहिए। दफ्तारों में A.C का उपयोग आधा होना चाहिए।
कूलर का उपयोग अधिक से अधिक।

9. नो प्लस्टिक - प्लास्टिक से उत्पन्न सारी चीज़ो का उपयोग बिलकुल बंद ! बिलकुल बंद बिलकुल बंद !

10. ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए गाड़ियों के हॉर्न बंद।

11. नकली दूध, नकली मिठाइयाँ,नकली दवा,नकली तेल,नकली घी आदि बनाने और खरीदने की सजा
जेल  होनी चाहिए। जमानत का प्रावधान 6 महीने के बाद। सजा का प्रावधान। स्वच्छ पानी की
व्यवस्था सरकार का विषय होगा।

12. इंडस्ट्रियल एफुलेंट्स का यमुना में प्रवाह की पाबंदी व जेल। अभी, सभी फ़ैक्टरिया जो बंद है -
सरकार उन्हें सहायता देकर - कई अन्य स्थान पर स्थानांतरित करवाए। सरकार ने जो खर्चा यमुना साफ़
करने में लगाया हैं ,वह खर्चा उन्हें फ़ैक्टरियों के मिलिको को भरपाई कर दे । पांच बड़े नाले जो जमुना में
गिरते हैं - 3 मई 2020 के बाद भी बंद रहने चाहिए।





13. 3 मई 2020 यमुना को हम दिल्लीवासी बिलकुल साफ़ सुपर्द कर रहे हैं स्वच्छता आंकड़े के भिन्न
वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। गन्दा व मैली करने वालो को सजा मिलनी चाहिए साथ ही रखरखाव ,सम्बंधित
अफ़सरों को भी सजा मिलनी चाहिए दिल्ली सरकार ने वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी को समझने का जो करार
किया है उसकी अब आवश्यकता नहीं हैं बल्कि आवश्यकता इस बात की है कि विभिन्न क्षेत्र के भामाशाह
और विशेषज्ञओ की सरकार द्वारा स्वीकृति कमीटीँयो का गठन करके उन्हें काम सौंप दिया जाए । सिर्फ
ब्रॉड गाइड लाइन की आवश्यकता ही होगी। आर्थिक मदद - कमिटी को ही सुपर्द करे।

14. वायु, ध्वनि और जल प्रदूषण को जीरो करने के लिए मुहल्ले के लोगो को काम सौंपना चाहिए। और
कमीटीयो का गठन करके सारा काम दिल्ली वासियों को सौंपना चाहिए या सुपर्द करना चाहिए

15. 3 महीने में कम से कम एक करोड़ फलदार बड़े से बड़े पेड़ उगाए जिनका ठेका सैकड़ो भामाशाह को देवे।

ऐसे में सवाल उठता है की क्या दिल्ली सरकार व भारत सरकार के लिए इन कदमो को उठाना सरल हैं
या वे जीरो हुए प्रदूषण को धूल में मिला देगी ।

मेरी व्यक्तिगत राय है कि दिल्ली में साल में दो बार 15 दिनों का लॉकडाउन होना चाहिए।जैसे बच्चो
की दो बार छुटियां होती हैं।

क्लाइमेट चेंज पर काम करने वाले और ध्यान रखने वाले नरेंद्र सक्सेना का
कहना है कि दोनों सरकारों ने जिस प्रकार समझाया की लॉकडाउन करना एक मात्र विकल्प है, उसी
प्रकार वायु और जल प्रदूषण की दिशा में 'जीरो टॉलरेंस' कदम उठाने का भी एक मात्र विकल्प है 

"अगर अब सरकार चूक गई तो नई दिल्ली अप्रैल 2020 कभी माफ़ नहीं करेगी।" - डॉ राम बजाज

मेरा मानना हैं कि कोरोना वायरस ने दिल्ली को वो मौके दिए हैं जिसमे वो ठहरकर सोच
सकते है की अब किस ओर जाना है। इसके अलावा और कोई विकल्प आपके पास अब नहीं बचा है।
दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान जिस तरह हमने जीवन को बदला है वो बताता है कि ये सब संभव हैं।
यदि सरकार कुछ स्थान पर थूँकना ,शराब, गुटका,तम्बाकू की बिक्री पर रोक लगा सकती है तो दिल्ली के
प्रदुषण पर आगे और काम क्यों नहीं किया जा सकता।

यह वो मौका है जहाँ लोगो को समझाया जा सकता है कि दिल्ली का प्रदूषण किसी आपातकालीन विपदा
से काम नहीं हैं।और उनसे होने वाली बीमारियों के बचाव लिए कड़े कदम उठाने होंगे, क्योंकि लोगो ने
देख लिया है कि इन लॉकडाउन के दिनों में बीमार पड़ी दिल्ली को कोरोना ने प्राणवायु दे दी है जिससे
दिल्ली वासी "मरना" भूल गए हैं और सारे अस्पताल खाली पड़े है। डॉक्टर अपने मरीज़ो का इंतेज़ार कर
रहे हैं। अब हमें बीमार नहीं पड़ना हैं। हमें सिर्फ नई दिल्ली चाहिए ।
-डॉ.राम बजाज

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( साइंटिस्ट, इकोनॉमिस्ट, लेखक, इंजीनियर )
Email: info@rambajaj.com

Comments

  1. Ask from people who live in Delhi...oh waqt badal Diya jas baat badal Diya jindagi badal rahe Hain koi mazak hai ohh bhai maro mujhe maro.💩💩

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  2. It is very comprehensive Sir. Changes in pollution level are clearly visible.You have rightly pointed out steps that must be taken in future and mankind must stop playing with nature.There should be punishment if one does not adhere to the government advisories in the interest of the nation.
    I'm sure mankind will soon e victorious from the COVID 19 pandemic.But, the learnings from this crisis are immense.
    STAY Home Stay Safe.
    Regards.

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    1. Thank You ! I appreciate your concern and we will surely be victorious .

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  3. "Emerge victorious"
    Regards,
    Abhay Kumar,

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    1. Thank You Abhay , Not only I but we all will be victorious

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  4. Aksharshah satya hai. Namami Gange par arabon kharch ho gaye aur abhi gangajal nirmal ho gaya. Pratek varsh lock down hona chahiye tabhi hum aage ki peedhiyon ke liye rahne kabil duniya chhod payenge.

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    1. Bilkul sahi hai ye sab paise waste gaye par ab hame chup nahi bethna hain .

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  5. Sir aapke dawara jo sujhaav diye gye h wo ati vichariniya h..agar govt policy in sab bato ko dhyan me rkh k bne to delhi he nhi pure desh me ye parivartn ho skta h...abhi bhi nhi sambhale to kbhi nhi sambhl pyege...ye samjdhari ka aaina aam aadmi ko dikhane k liye author ko sadhuwaad...

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    1. कुछ न कुछ सुझाव सरकारों को मन्नान ही पड़ेगा। क्योंकि जनता के हाथ में बहुत कुछ शक्ति (Vote)मिल राखी हैं।

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  6. Aap ne jo shujav diye h hume vo bhot hi ache lge hum yhi chaahate h ki hamari parkarti k liye sarkaar ko ese kadam uthane chaiye

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  7. Good suggestions our government also should think about these and try to implement them .

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  8. Fabulous and positive suggestions!! Even in this dark time when nature is showing it's toughest time to all of us these points shows us to think positive Government and concern authorities in sujhaavo ko serious le or in kadmo ko lagu karaye !

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    1. सरकार इन में से कुछ सुझावों को लागू करने के बारे में सोच रही हैं। आने वाले समय में आप इन्हे देखेंगे और महसूस करेंगे

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  9. This comment has been removed by the author.

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  10. इस विकट समय में भी ऐसे सहरानिय विचारों ने इन परिस्थितियों को भी सुनहरे अवसर के रूप में दिखा कर सरकार का इन समस्याओ के समाधान पर ध्यान दिलाने के लिए धन्यवाद्।
    ऐसे विचारो का अपने देश में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में अनुसरण होना आवश्यक है ।
    ये सिर्फ़ सुझाव मात्र नहीं बल्कि आज की सभी की मूलभत जरूरतों में से एक है।
    इस पर सरकार को तुरन्त प्रभाव से संज्ञान लेने की आवश्यकता है ।

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    1. जैसे ही lockdown ख़त्म होगा सरकार इनके समाधान के लिए ज़रूर कदम उठाएगी

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  11. Aapke sujhaav bahut hi dhyan dene yogya hai..... Apke vicharo se Delhi ko hi nhi pure desh m sudhar laya ja skta h

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    1. आने वाले समय में सरकार ज़रूर समाधान लाएगी। धन्यवाद Ekta ,Indore के वातावरण में भी सुधार आया होगा।

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  12. Very far sighted research sir.
    Your efforts are commendable.

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  13. Your efforts are appreciable sir as every coin has two sides the effects of COVID-19 are also positive and negative but now most of the people are seeing the poor side of it and are pessimistic but you have shown the optimistic side of it which is better in the long run and will help in the holistic development of the country as a whole.

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    1. In this worst case scenario, we should look at the positive side, as looking at the bad side will not do any good to us
      Thank You!

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  14. आपके सुझाव तो अत्ती उत्तम है। लेकिन उसको अमल करना और वास्तविकता मे लाना बहोत ही कठिन है।

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  15. आपके सुझाव तो अत्ती उत्तम है।ऐसे विचारो का अपने देश में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में अनुसरण होना आवश्यक है ।

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    1. हम सब ने पूरी तालाबंदी (lockdown ) को झेल लिया हैं ,तो ये कर लेना हमारे लिए इतना मुश्किल काम नहीं हैं

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  16. This comment has been removed by the author.

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  17. Your suggestions are really good and this is the right time for government to control pollution by taking some needful action.

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  18. Good Information & Suggestions Uncle. Even I posted a blog post on Positives of Coronavirus Lockdown on my blog: https://www.ketanarora.in/positives-of-coronavirus-lockdown/

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  19. Great Research Thanks For The Research

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  20. Great Research Thanks For The Research

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  21. Sir Your Efforts Commendable
    Thanks Thanks Thanks A Lot Sir ..

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